अमृतसर का स्वर्ण मंदिर | jallianwala bagh hatyakand

अमृतसर का स्वर्ण मंदिर

अमृतसर, शहर, का नाम पवित्र सरोवर के नाम पे रखा गया था , जिस सरोवर को “अमृत का पुल” कहा जाता था, अमृतसर का स्वर्ण मंदिर के सरोवर का निरमान सिखों के चोथे गुरु श्री गुरु रामदास जी ने आपने हाथो से करवाया था,1577 में उसी सरोवर (अमृत का पुल)के नाम पर अमृतसर शहर का रख दिया गया , भारत के उत्तरपूरब में बसाह पंजाब राज्य, पाकिस्तान की सीमा से लगभग 25 किमी की दुरी में स्थित है। अमृतसर पंजाब का सबसे बड़ा और सबसे महत्वपूर्ण और धार्मिक शहर है.

अमृतसर का स्वर्ण मंदिर
way to go to the golden temple in amritser.

अमृतसर सवदेसी और विदेशी पर्यटकों का एक प्रमुख आकर्षण और परिवहन केंद्र है। यह सिख धर्म का धार्मिक और सिखों के प्रमुख पूजा स्थल-श्री हरमंदिर साहिब और jallianwala bagh hatyakand अमृतसर में ही स्थित है ।

amritsar

क्षेत्र: 2683 वर्ग किमी।
जनसंख्या: 24,90,656
गाँव: 750
पुरुष: 13,18,408
महिला: 11,72,248
भाषा: पंजाबी, हिंदी, अंग्रेजी
तहसील –6
उप तहसील – 5
ब्लॉक – 9
गाँव – 750
पंचायतें – 860
विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र -11
संसदीय निर्वाचन क्षेत्र -1

अमृतसर की स्थापना लगभग 1574 ई। में सिखों के चौथे गुरु श्री गुरु रामदास जी ने की थी। शहर की स्थापना से पहले, यह क्षेत्र घने जंगलों से घिरा हुवा था और इसमें कई झीलें थीं। इस सरोवर की खुदाई सिखों के चौथे गुरु राम दास द्वारा करवाई गई थी। श्री गुरु राम दास ने पवित्र सरोवर 1577 इसवी में खुदाई का आदेश दिया, जिस सरोवर को अमृता सार (“अमृत का पूल”) कहा जाता है, जहाँ से शहर का नाम लिया गया है |

amritsar ka swarn mandir

अमृतसर का स्वर्ण मंदिर
the famous gurdwara in the world ( golden temple).

सरोवर के बीचो बिच सफेद रंग के सगमरमर और सोने की परत से बना अमृतसर का स्वर्ण मंदिर भारत में रहने वालों के लिए और पूरी दुनियों में अकार्सन का केंद्र है,। इस gurdwara की नीह भी एक मुस्लिम ने राखी थी सिखों के पाचवे गुरु श्री गुरु अर्जन देव जी ने लाहोर के एक सूफी संत साई मियां मीर से 1577 में गुरुदुवारे की नीह रखवाई थी गुरुदुवारे के बन्नने का आरंब 1581 में हुवा और 1604 में पूरा हुवा लगभग 400 साल पुराने गुरुदुवारे का नक्सा खुद श्री गुरु अर्जन देव जी ने रखा था|

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महाराजा रणजीत सिंह ने (1801–39) में अपने शासनकाल के दौरान, मंदिर के ऊपरी हिस्से को सोने की परत से ढक दिया और गुंबद को ताबा से सजाया दिया , और तब से जे  gurdwara swarna mandir के नाम से प्रसिद्ध है। अमृतसर सिख धार्मिक आस्था का केंद्र बन गया, और, बढ़ती सिख शक्ति के रूप में शहर ने व्यापार में इसी वृद्धि का अनुभव किया।अमृतसर में रहने वाले सैकड़ों हजारों सिखों का घर तो है ही लेकिन भारत और विदेशों में रहने वाले सिखों का प्रमुख तीर्थस्थल बन गया ,

 

अमृतसर में घुमने की जगह

तीर्थयात्रियों के लिए मुख्य स्थान स्वर्ण मंदिर और amritser गुरुदुवारे के आसपास चारो और स्थित कई इमारतों का परिसर है। उतर ,दक्षिन,पूरब, पश्चिम चार दरवाजे है,जो दक्षिन में गुरुदुवारे के लिए आने जाने मार्ग है और पंजाब के सिखों के मुख्य राजनीतिक दल शिरोमणि कमेटी (शिरोमणि अकाली पार्टी) के मुख्यालय का मुख्य केंद्र अकाल तख्त है।

उत्तर की ओर तीजा सिंह समुंद्री हॉल , शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (gurdwara प्रबंधन की सर्वोच्च समिति) का मुख्य कार्यालय है, जो मुख्य सिख गुरुद्वारों (पूजा स्थलों) की देखरेख करता है।

amritsar langar

मंदिर के पूर्व में तीर्थयात्रियों के रहने के लिए श्री गुरु रामदास जी सरयें है जहा पर 288 कमरे और 18 बड़े हाल है,अमृतसर का स्वर्ण मंदिर में एक बहुत बड़ा लंगर हाल है जहा पर हजारों की संखेया में आने वाले सर्दालुयों और तीर्थयात्रियों लिए दैनिक भोजन प्रदान करता है, और दक्षिण-पूर्व कोने पर, विधानसभा हॉल।

Jallianwala Bagh

amritsar ka swarn mandir
jallianwala bagh shaheed memorial.

स्वर्ण मंदिर से  500 मीटर की दुरी पर एक विशाल पार्क है , जिसे जलियांवाला बाग कहा जाता है , जहां 13 अप्रैल, 1919 को ब्रिटिश सासक जनरल डायेर ने निहत्थे भारतीय प्रदर्शनकारियों की भीड़ पर गोलीबारी की थी , जिसमें से हजारों की संखेया में भारतीय प्रदर्शनकारि मारे गए और कई घायल हो गए। जे भारत माँ के दो राजनीतिक कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे, जबकि अन्य लोग jallianwala bagh hatyakand  में बैसाखी के पारंपरिक त्योहार को मनाने के लिए एकत्रित थे।

सभी ब्रिटिश सरकार की गोलियों कारण नहीं मरे; भगदड़ में कई लोग चार्द्वारी में फंस गए और अन्य लोग गोलियों से बचने के लिए कुएं में सलंग लगा दी आज भी कुआँ ( खुनी कुआं) के नाम पर जाना जाता है और पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बना हुवा है और बुलेट के छेद आज भी क्षेत्र की दीवारों पर दिखाई देते हैं।

jallianwala bagh
bullet marks in jallianwala bagh

अमृतसर में सहिदों का स्थल भी कहा जाता है – जैसा कि उस घटना के बाद वहां पर एक राष्ट्रीय स्मारक है। 1984 में अमृतसर में एक और हिंसक राजनीतिक झड़प हुई, जब भारतीय सेना के सैनिकों ने उन सैकड़ों सिख अलगाववादियों पर हमला किया, जिन्होंने अमृतसर का स्वर्ण मंदिर अपने कब्जे में ले लिया था। संघर्षपूर्ण रिपोर्टों ने संकेत दिया कि सिख चरमपंथियों को मंदिर परिसर से निकाले जाने से पहले 400 से 1,200 लोगों की हत्या कर दी गई थी। अकाल तख्त लड़ाई में भारी क्षतिग्रस्त हो गया , लेकिन बाद में उसकी फिर से मरम्मत की गई।

wahga border
evening parade at wahga border.

वहागा बार्डर

अमृतसर (भारत ) और पाकिस्तान की सीमा में लगे वहागा बार्डर में शाम को रास्ट्रीय फ्लैग उतरने की परेड देखने के लिए वहागा बार्डर (अमृतसर ) में हजारो की संखेया में लोग इकठे होते है |1947 में भारत और पाकिस्तान में बटवारा हुवा|

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इस में पंजाब का लगभाग आधा भाग भारत में और आधा भाग पाकिस्तान में चला गया था ,पाकिस्तान amritser को आपने कब्जे में लेना चाहता था लेकिन भारत लाहोर को गेरना चाहते था इस कारन काफी सांप्रदायिक दंगों हुए और बड़े पमने पर आपसी निकासी हुई इन दंगो में हजारो में लोग मरे गए ,और इन शहरों को राजनीतिक, आर्थिक और सामाजिक वातावरण को प्रभावित किया |अगर आप अमृतसर को इंग्लिश में पड़ना चाहते है ,आप विकिपीडिया से जानकारी ले सकते है|

FAQ

Q 1. 13 अप्रैल 1919 को कौन सी घटना घटी थी ?

Ans. जलियांवाला बाग हत्याकांड हुवा था |

Q 2. जलियांवाला बाग हत्याकांड के जांच के लिए कौन सी कमेटी बनाई गई थी?

Ans. ब्रिटिश सरकार ने जलिया वाले बाग की जांच के लिए हंटर कमीशन कमेटी का गठन किया था जिसके सदस्य जस्टिन डेक्कन और सीतलवाड़ थे 19 नवंबर 1919 को जनरल डायर को आयोग के सामने पेश किया गया उस पर लगे सारे रोक सही ठहराए गए|

Q 3. जनरल डायर की मृत्यु कैसे हुई ?

Ans. भारत के  क्रांतिकारी  उधम सिंह ने माइकल ओ डायर को गोली मार के हत्या की थी|

Q 4. अमृतसर में कौन सा कांड हुआ था?

Ans. जलियांवाला बाग हत्याकांड

Q 5. जनरल डायर को किसने मारा और कब मारा?

Ans. सरदार उधम सिंह ने

Q 6. जलियांवाला बाग में कितने राउंड गोलियां चली थी?

Ans. तकरीबन 10 मिनट में चली यह गोलाबारी मैं 1700 राउंड फायर किए गए थे |

Q 7. 6 अप्रैल 1919 को क्या हुआ?

Ans. महात्मा गांधी ने 6 अप्रैल 1919 में रोटल बिल के खिलाफ हड़ताल करने का फैसला किया था

Q 8. जलियांवाला बाग कौन से राज्य में स्थित है?

Ans. भारत के पंजाब राज्य में

निष्कर्ष

उमीद करता हु के आपको अमृतसर का स्वर्ण मंदिर के बारे में अच्छी जानकारी मिली होगी ,अगर आपको जे जानकारी अच्छी लगी तो आपने दोस्तों को शेयर करे, अगर कोई सवाल हो तो निचे मुझे कमेन्ट जरुर करे मैं आपके हर कमेन्ट का जवाब दुगा |

पोस्ट पड़ने के लिए धन्यवाद 

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2 thoughts on “अमृतसर का स्वर्ण मंदिर | jallianwala bagh hatyakand”

  1. Wow … I did not read information about Amritsar before …the creativity and information are best …thanks for convey this kind of information..

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