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दिल्ली में घुमने की जगह
दोस्तों आज आपको delhi me ghumne ki jagah के बारे में बतायेगे, दिल्ली भारत के उत्तरी भाग में स्थित है। यह पूर्व में उत्तर प्रदेश और उत्तर, दक्षिण और पूर्व में हरियाणा से घिरा हुआ है। यमुना नदी दिल्ली से होकर गुजरती है। दिल्ली के दो मुख्य भाग हैं- पुरानी दिल्ली और नई दिल्ली। दिल्ली में चरम जलवायु का अनुभव होता है। यह सर्दियों में बहुत ठंडा होता है, और गर्मियों में बहुत गर्म होता है। गर्मी का मौसम अप्रैल से जून तक रहता है। बरसात का मौसम जुलाई से सितंबर तक रहता है। आप अन्य महीनों में भी कुछ बौछारों का आनंद ले सकते हैं। दिल्ली में सर्दी का मौसम फरवरी के मध्य से रहता है।
दिल्ली भारत के उत्तरी भाग में स्थित है। यह पूर्व में उत्तर प्रदेश और उत्तर दक्षिण और पूर्व में हरियाणा से घिरा हुआ है। यमुना नदी दिल्ली से होकर गुजरती है। दिल्ली के दो मुख्य भाग हैं पुरानी दिल्ली और नई दिल्ली। दिल्ली में चरम जलवायु का अनुभव होता है। यह सर्दियों में बहुत ठंडा होता है, और गर्मियों में बहुत गर्म होता है। गर्मी का मौसम अप्रैल से जून तक रहता है। बरसात का मौसम जुलाई से सितंबर तक रहता है। आप अन्य महीनों में भी कुछ बौछारों का आनंद ले सकते हैं। दिल्ली में सर्दी का मौसम फरवरी के मध्य से रहता है।
संस्कृति और परंपराएं
दिल्ली में सभी त्योहार समान उत्साह के साथ मनाए जाते हैं। लोग हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी और कई अन्य क्षेत्रीय भाषाएं बोलते हैं। लोग आधुनिक के साथ-साथ पारंपरिक कपड़े भी पहनते हैं। छोले भटूरे, चाट, बिरयानी, दाल मखनी और बटर चिकन दिल्ली के कुछ प्रसिद्ध व्यंजन हैं
परिवहन
दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन की अच्छी व्यवस्था है। यह बसें, रिक्शा, ऑटो रिक्शा और टैक्सी थीं। इसके अलावा, दिल्ली एक कुशल मेट्रो सेवा भी है, जो एक दिन में लगभग 15 लाख यात्रियों को परिवहन करती है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन दिल्ली के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से एक है। दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा दुनिया के सबसे बड़े हवाई अड्डों में से एक है।
पर्यटक आकर्षण के स्थान
दिल्ली भारत के उत्तरी भाग में स्थित है। यह पूर्व में उत्तर प्रदेश और उत्तर दक्षिण और पूर्व में हरियाणा से घिरा हुआ है। यमुना नदी दिल्ली से होकर गुजरती है। दिल्ली के दो मुख्य भाग हैं पुरानी दिल्ली और नई दिल्ली। दिल्ली में चरम जलवायु का अनुभव होता है। यह सर्दियों में बहुत ठंडा होता है, और गर्मियों में बहुत गर्म होता है। गर्मी का मौसम अप्रैल से जून तक रहता है। बरसात का मौसम जुलाई से सितंबर तक रहता है। आप अन्य महीनों में भी कुछ बौछारों का आनंद ले सकते हैं। दिल्ली में सर्दी का मौसम फरवरी के मध्य से रहता है।
दिल्ली में सभी त्योहार समान उत्साह के साथ मनाए जाते हैं। लोग हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी और कई अन्य क्षेत्रीय भाषाएं बोलते हैं। लोग आधुनिक के साथ-साथ पारंपरिक कपड़े भी पहनते हैं। छोले भटूरे, चाट, बिरयानी, दाल मखनी और बटर चिकन दिल्ली के कुछ प्रसिद्ध व्यंजन हैं
दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन की अच्छी व्यवस्था है। यह बसें, रिक्शा, ऑटो रिक्शा और टैक्सी थीं। इसके अलावा, दिल्ली एक कुशल मेट्रो सेवा भी है, जो एक दिन में लगभग 15 लाख यात्रियों को परिवहन करती है। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन दिल्ली के प्रमुख रेलवे स्टेशनों में से एक है। दिल्ली का इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा दुनिया के सबसे बड़े हवाई अड्डों में से एक है।
दिल्ली में गुमने की जगह की लिस्ट
दिल्ली में गुमने की जगह | स्थान |
1. इंडिया गेट | केंद्रीय सचिवालय, नई दिल्ली |
2.लोटस टेम्पल | कालकाजी मंदिर, नई दिल्ली |
3. फन एन फूड विलेज | द्वारका सेक्टर 21, नई दिल्ली |
4. कुतुब मीनार | कुतुब मीनार मेट्रो स्टेशन, नई दिल्ली |
5. लाल किला | चांदनी चौक, नई दिल्ली |
6. अक्षरधाम मंदिर | अक्षरधाम, नई दिल्ली |
7. हुमायूं का मकबरा | जोर बाग, नई दिल्ली |
8. दिल्ली चिड़ियाघर | प्रगति मैदान नई दिल्ली |
9. जामा मस्जिद | जामा मस्जिद मेट्रो, नई दिल्ली |
10.गुरुद्वारा बंगला साहिब | अशोक रोड चौराहा नई दिल्ली |
10. दिल्ली मेट्रो | राजीव चोंक मेट्रो स्टेशन |
इंडिया गेट
इंडिया गेट प्रथम विश्व युद्ध के दौरान अपने प्राणों की आहुति देने वाले सैनिकों की याद में बनाया गया था । इंडिया गेट का निर्माण साल 1920 मैं शुरू हुआ था और साल 1931 मैं बनकर पूरा हुआ था इसका उद्घाटन 12 फरवरी 1931 को वॉइस राय ने किया था इस का कुल क्षेत्रफल 3,60,000 वर्ग मीटर है और इसकी ऊंचाई 42 मीटर है और उसकी चौड़ाई 9.1 मीटर है इसको बनने में 10 साल का समय लग गए था पहले इसका नाम युद्ध स्मारक लिया जाता था|
ब्रिटिश सरकार द्वारा प्रथम विश्वयुद्ध हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि और उनकी याद में यह गेटर मैं गया था, साल 1971 में भारत और पाकिस्तान युद्ध के दौरान शहीद हुए सैनिकों की याद में एक शहीद स्मारक, इंडिया गेट के सामने बनाई गई है जिसको काले रंग के पत्थर से बनाया गया है एक राइफल उल्टी करके उसके ऊपर टोपी रखी गई है हर साल 26 जनवरी 15 अगस्त को माननीय प्रधानमंत्री और फोर्स के वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा इस स्मारक में श्रद्धांजलि दी जाती है,जे delhi me ghumne ki jagah में से एक है, जहां पर पर्यटक शाम को प्रतिदिन गेट के पास घूमने और रात में खूबसूरत चमचमाती लाइटों का और पार्क में घूमने का और वहां के सुंदर वातावरण का नजारा लेते हैं |
लोटस टेंपल
लोटस टेंपल का निर्माण देश के कमल के फूल के आकार में किया गया है। खिलती हुई पंखुड़ियों के चारों ओर पानी के 9 ताल हैं । लोटस टेंपल में भाई धर्म का विश्वास ज्यादा है दुनिया भर में भाई धर्म की प्रार्थना सभा में से एक है इसका निर्माण का कार्य साल 1986 पूरा हुआ था इसकी ऊंचाई 35 मीटर और इसका 70 दयामीटर है इसकी पंखुड़ियां 27 है यह सर्व धर्म मंदिर किसी भी जाति कोई भी धर्म कि बिना परवाह किए हुए यहां पर सब को आने के लिए खुला हुआ है, यहां पर कोई भी टिकट नहीं है और इसका खुलने का समय 10 से 12 सुबह और शाम को 4:00 से से 6:00 बजे तक रहता है इसके अंदर जाने के बाद यहां का खुला माहौल पार्क और इसकी सुंदरता देखने के लिए पर्यटक काफी बारी तादात में जहां आते हैं|
फन एन फूड विलेज, दिल्ली
पुरानी दिल्ली-गुड़गांव रोड पर स्थित, फन एन फूड विलेज एक वाटर पार्क है, जो भारत में मस्ती से भरी वॉटर स्लाइड्स की सबसे बड़ी रेंज रखता है। विशेष रूप से, पार्क में 21 राइड्स, 22 वॉटर स्लाइड्स वेव पूल से लेकर, टॉर्नेडो एक्वा शूट, मल्टीलाइन स्लाइड और स्पीडी रोलर कोस्टर हैं, और बच्चों के लिए एक अलग प्ले ज़ोन भी है। जे बच्चो की मनपसंद delhi me ghumne ki jagah वाटर पार्क है इसके अलावा, इसमें दोस्तों और परिवार के सदस्यों के साथ आनंद लेने के लिए लैंडस्केप गार्डन और बहु-व्यंजन भोजन आउटलेट हैं। इसके अलावा, फन एन फूड विलेज में स्विमिंग पूल क्षेत्र में शुरुआती लोगों के लिए एक सुरक्षित क्षेत्र है।
कुतुब मीनार
कुतुब मीनार का निर्माण कुतुबुद्दीन ऐबक ने 1152 में इसको शुरू करवाया था। में इस टावर का निर्माण दूसरे शासकों द्वारा किया गया था,यह पांच मंजिला इमारत जितना ऊंचा है। क़ुतुब मीनार दिल्ली वासियों के लिए एक पसंदीदा पिकनिक स्थान बन चुका है मेहरौली में स्थित यह मीनार दुनिया का सबसे ऊंचा टावर है दिल्ली का दूसरा सबसे बड़ा स्मारक भी है इसमें आपको देखने को क़ुतुब मीनार के अलावा कुतुब कंपलेक्स लोहे के पिलर और प्राचीन ऐसे समय में बने हुए अलाई दरवाजा देखने को मिल जाएंगे यह सदियों से बना हुआ टावर और यहां के बगीचे मैं घूमने के लिए दिल्ली वासी और बाहर से पर्यटक बी से देखने को आते हैं और इसकी खूबसूरती का मजा उठाते हैं|
लाल किला
लाल किला लाल बलुआ पत्थर से बना एक विशाल किला है। इसे शाहजहाँ ने बनवाया था। लाल किला भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है,और इतिहासिक दुर्ग भी है इसका निर्माण कार्य शाहजहां ने साल 1638 मैं किया था यह मुग़ल सम्राटों का मुख्य निवास स्थान भी होता था यह यमुना नदी के किनारे में बसा हुआ है, और इसको पुरानी दिल्ली के नाम से भी जाना जाता है लाल किला साल 2007 में विश्व धरोहर स्थल भी बना, भारत के प्रधानमंत्री हर साल स्वतंत्रता दिवस पर यहां राष्ट्रीय झंडा फहराते हैं यह सदियों से बना हुआ मुगल सम्राटों का पुराना किला उस टाइम की करागिरी को संबोधित करता है ,यह किला पर्यटक दिल्ली में आकर जरूर देखते हैं|
अक्षरधाम मंदिर
ज्यादा दार लोगों का अक्षरधाम को इसलिए भी देखते हैं क्योंकि इसको विश्व के सबसे बड़े व्यापक हिंदू मंदिर के कारण इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है यह भी सबसे बड़ा कारण है इसमें पर्यटकों का आने का यह मंदिर खासकर उन लोगों के लिए है जो आध्यात्मिक सोच रखते हैं, यहां का प्रमुख आकर्षण यह है के यहां पर 20000 देवताओं के साथ स्वामीनारायण की मूर्ति भी है यहां की वास्तुकला देखने वालों के दिमाग पर काफी करती है जब आप मंदिर के अंदर एक बावड़ी जिसको भारत में सबसे बड़ा माना जाता है |
समय: सुबह 9:30 बजे से शाम 6:30 बजे तक
प्रदर्शनी शुल्क: वयस्कों के लिए 220 रुपये, वरिष्ठ नागरिकों के लिए 170 रुपये, 4 से 11 साल के बच्चों के लिए 120 रुपये।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: अक्षरधाम मंदिर
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हुमायूं का मकबरा
मकबरा हिंदुस्तान में मुगल वास्तुकला का पहला उदाहरण बेहतरीन कारीगरी और खूबसूरत बनावट ने भविष्य में ताजमहल को जन्म दिया यहां स्थित चारबाग शैली के सुंदर बगीचे जैसे कुरान में जन्नत के भागों का वर्णन है भारत में इससे पहले कभी नहीं बना और जब यह बना तो बाद के मकबरे इसी शैली पर बनने लगे और उन सब में सबसे ज्यादा फेमस हुआ है सफेद संगमरमर का खूबसूरत ताजमहल मकबरे की मुख्य इमारत लगभग 8 वर्षों में बनकर तैयार हुई और भारतीय उपमहाद्वीप में चारबाग शैली का पहला उदाहरण बनी इसमें सगमरमर के पत्थरों का बड़े स्तर पर प्रयोग हुआ था 1993 में इस इमारत समूह को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल घोषित किया गया | जे delhi me ghumne ki jagah बहुत खुबसूरत है |
समय: सुबह 10:00 बजे से शाम 6:00 बजे तक
प्रवेश शुल्क: भारतीयों के लिए 10 रुपये और विदेशियों (वयस्कों) के लिए 250 रुपये, वीडियो फिल्मांकन: 25 रुपये, फोटोग्राफी: नि: शुल्क।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: जोर बाग
दिल्ली चिड़ियाघर
75 एकड़ में फैला हुआ दिल्ली चिड़ियाघर पूरे भारत में प्रसिद्ध चिड़ियाघर बहुत ही खूबसूरत है सुभाष की एंट्री 9:30 से शाम 5:00 बजे तक खुला रहता है इसमें आप अलग-अलग प्रजातियों के जानवर और पक्षी देख सकते हैं, जानवर जैसे शेर. हाथी चिता दरियाई घोड़ा हिरण सफेद हिरण बालू और भी अनेक प्रकार के पक्षियों में आप बखत, रंग बिरंगे तोते, और भी बहुत सारे अनेक प्रकार के पक्षी देखने को मिल सकते हैं|
इसमें जाने का जो बेस्ट समय है वह सर्दियों में है क्योंकि सर्दियों में सारे जानवर और पक्षी अपने दोस्तों से बाहर निकल के धूप का मजा लेते हैं इसलिए जब भी आप चिड़ियाघर देखने जाए तो सर्दियों में अच्छा समय है चिड़ियाघर देखने का जब आप गेट से एंट्री करते हो तभी आपको चिड़ियाघर का नक्शा और जितने प्रकार के जानवर जितने भी पक्षी वहां मौजूद है उसकी पूरी लिस्ट का बोर्ड वहां लगा हुआ है आप एंट्री करते ही उसको देख पाएंगे|
समय: सुबह 9:30 बजे से शाम 4:30 बजे तक
मुझे एनिम से प्यार है
भारतीयों के लिए:
वयस्क – INR 40। बच्चे (3 फीट से नीचे) – नि: शुल्क। बच्चे (3-5 फीट के बीच) – INR 20। वरिष्ठ नागरिक- INR 40।
विदेशियों के लिए प्रवेश शुल्क
:वयस्क – INR 200। बच्चे (5 वर्ष से कम) – निःशुल्क। बच्चे (5 वर्ष से अधिक) – INR 100।
निकटतम मेट्रो स्टेशन: प्रगति मैदान
जामा मस्जिद
पुरानी दिल्ली के केंद्र में स्थित ये मस्जिद भारत की सबसे बड़ी और सबसे प्रसिद्ध मस्जिद है। इसका निर्माण मुगल बादशाह शाहजहाँ के शासनकाल में 1650 और 1656 में सपन हुवा था और इस असाधारण संरचना को पूरा करने में 5000 से अधिक मजदूर लगे थे। लाल बलुआ पत्थर और संगमरमर से बनी इस प्रतिष्ठित मस्जिद में तीन द्वार है , चार मीनारें, दो 40 मीटर ऊंची मीनारें और एक आंगन है जिसमें 25,000 श्रद्धालु बैठ सकते हैं। कृपया ध्यान दें कि नमाज के दौरान मस्जिद में प्रवेश की अनुमति नहीं है। उसके बाद में जहाँ आ सकते है |
गुरुद्वारा बंगला साहिब दिल्ली
गुरुद्वारा बंगला साहिब दिल्ली में सिखों के लिए सबसे प्रमुख गुरुद्वारों में से एक है। कनॉट प्लेस के पास स्थित इस गुरुद्वारे के परिसर के अंदर एक पवित्र नदी है जिसका नाम सरोवर है। जहां पर गुरु का लंगर 24 घंटे खुला रहता है,सिख धर्म में आस्था रखने वाले यहां पर है काफी संख्या में सिख यहां आकर गुरु के दर्शन करते हैं| इस परिसर में एक अस्पताल, एक पुस्तकालय, एक संग्रहालय और एक उच्च माध्यमिक विद्यालय भी है।
दिल्ली मेट्रो
दिल्ली मेट्रो एक दिन में लगभग 1.5 मिलियन यात्रियों का परिवहन करती है। दिल्ली की मेट्रो भारत की नंबर वन की मेट्रो रेल लाइन है ये पूरी दिल्ली में इस लाइन का जाल बिछा हुआ है यह सुबह 5:00 बजे से रात को 12:00 बजे तक चलती है और यह बिल्कुल करेक्ट टाइम पर एक जगह से दूसरी जगह पहुंचा देती है बिना किसी देरी के और यह दिल्ली के ऊपरी हिस्से और जमीन के नीचे इसके स्टेशन बने हुए हैं जो के देखने में काफी सुंदर नजारा है अगर आप दिल्ली में आए तो मेट्रो पर जरूर सफर करें| जे delhi me ghumne ki jagah में आपकी ह्लेप करती है|
सरकारी कार्यालय
भारत सरकार के अधिकांश प्रमुख कार्यालय नई दिल्ली में स्थित हैं। भारतीय संसद और भारत का सर्वोच्च न्यायालय भी नई दिल्ली में स्थित है।
भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नई दिल्ली में रहते हैं। दिल्ली सरकार की दफ्तर भी नई दिल्ली में है |
FAQ
Q 1.दिल्ली में बच्चों की घूमने की जगह कोन सी है ?
Ans. पुरानी दिल्ली-गुड़गांव रोड पर स्थित, फन एन फूड विलेज एक वाटर पार्क है,जे बच्चो की मनपसंद delhi me ghumne ki jagah वाटर पार्क है
Q 2.दिल्ली में घूमने के लिए क्या है ?
- इंडिया गेट
- लोटस टेम्पल
- फन एन फूड विलेज
- कुतुब मीनार
- लाल किला
- अक्षरधाम मंदिर
- हुमायूं का मकबरा
- दिल्ली चिड़ियाघर
- जामा मस्जिद
- दिल्ली मेट्रो
Q 3. दिल्ली के सबसे नजदीक पहाड़ी राज्य कौन सा है ?
Ans. दिल्ली के पास जो हिल स्टेशन है हिमाचल प्रदेश जो दिल्ली से लगभग 346 किलोमीटर की दूरी पर है यहां पर घूमने के लिए शिमला और कुल्लू मनाली भारत और दुनिया में फेमस हिल स्टेशन है, यहां पर पर्यटक स्नोफॉल (बर्फ ) का आनंद लेने के लिए यहां आते हैं|
Q 5. दिल्ली की क्या राजधानी है ?
Ans. नई दिल्ली भारत की राजधानी है नई दिल्ली भारत सरकार और राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सरकार केंद्र के रूप में कार्य करती है|
Q 6. दिल्ली में कुल कितने जिले हैं
Ans. दिल्ली में कुल 11 जिले हैं
निष्कर्ष
दोस्तों आज इस पोस्ट के जरिए अपने जाना है कि delhi me ghumne ki jagah कौन-कौन सी है ऊपर दी गई सभी जगह में आसानी से बन सकते हैं उसके लिए दिल्ली में सबसे बढ़िया सफर करने का जरिया है दिल्ली मेट्रो,दिल्ली के हर कोने में जाने के लिए आपको मेट्रो मिल जाएगी मेट्रो में सफर करने का मजा ही कुछ अलग है अगर यह जानकारी आपको अच्छी लगी है अपने दोस्तों के साथ शेयर करें जो दिल्ली घूमना चाहते हैं और नीचे कमेंट में जरूर लिखें यह जानकारी आपको कैसी लगी|
पोस्ट पढ़ने के लिए आपका– धन्यवाद